Sunday, September 7, 2025

VY-Travelogue? A Time Machine? 9

 Criminals at work?

कब से हो रहा है ये? यही इंटरनेट बँध कर देना? फ़ोन बँध कर देना? नैटवर्क ही उड़ा देना? फाइल्स में गड़बड़ कर देना? आखिरी तारीख के हेरफेर करना? और? आखिर कब तक?

वैसे ना मैं यहाँ-वहाँ अप्लाई करती और ना मुझसे कुछ डॉक्युमेंट्स माँगे जाते और ना ही पता चलता, की ये इलेक्शन या ऐसे से इलेक्शन और कैसे से इलेक्शन, कब से चल रहे हैं? एक नाम का हेरफेर? नहीं, नाम के पीछे जुड़े किसी शब्द का हेरफेर और कितनी बड़ी कहानी कह सकता है? यूनिवर्सिटी में इस नाम के साथ के खास शब्द को ठीक करने की जब फाइल चली, तो समझ ही नहीं आ रहा था की किसी को किसी के नाम से भला कितनी दिक्कत हो सकती है? और वो उसे ठीक करने के लिए कहाँ-कहाँ धक्के खिला सकते हैं? यूनिवर्सिटी लीगल सैल? और आप सोचें, यार थोड़ा ज्यादा ही नहीं हो रहा? खैर। 8-9 महीने तक धक्के खिलाने और एक मोटी सी फाइल बनवाने के बाद, वहाँ ठीक हुआ और फिर ज्यादातर डाक्यूमेंट्स में भी। मगर, कहीं फिर भी गड़बड़ मारते ही रहे, जबरदस्ती जैसे? Just typing mistake जैसे? मगर, वो अब एक ही जगह है, NPS? Protean now? शब्दों के ही तो हेरफेर हैं? पीछे किसी पोस्ट में एक ड्रामा बताया था, MDU Finance Office में। यहाँ वहाँ एक आध चैनल ने चलाया भी, जो कुछ वहाँ चल रहा था। मगर, तब भी उतना समझ नहीं आया, जितना ये बारिश का ड्रामा समझा गया? बारिश का ड्रामा?  

तो जो ये इतनी बारिश हो रही है, ये सिर्फ ड्रामा है? महज़ ड्रामा, कितने लोगों की ऐसी तैसी कर सकता है? भाषा सही नहीं है ना? ये ड्रामा सही है? राई का पहाड़ सुना था। मगर ये तो?

पहाड़ भी हिमालया जैसे? हम ऐसी ही भद्दी दुनियाँ में हैं? दुनियाँ, एक रँगमँच है और हम और आप उसकी कठपुतली? उसकी या उनकी? किनकी? बड़ा अहम प्र्शन है। 

चलो, वापस अपनी छोटी सी नाम वाली उलझन पर आते हैं। कहीं अप्लाई किया। और एक स्वाभाविक सा प्र्शन, आपकी डिग्री और डॉक्युमेंट्स में नाम के साथ वाला शब्द अलग है, उसका प्रमाण दो। कुछ पुराने कागज़ खँगाले और लो जी, मैं तो खुद ही हैरान। ये क्या है? थोड़ा गड़बड़ लग रहा है। ध्यान से देख। अरे, ये तो पूरा का पूरा ही गड़बड़ लग रहा है। ऐसे होता है? चलो यहाँ इंगलिश वाला नाम तो सही है, मगर, बाकी काफी कबाड़ है। नाम के इलावा बहुत कुछ कबाड़ है। सिर्फ अपना ही नाम बदलने वाला कॉलम नहीं, बल्की, पूरा ही पेज पढ़ डाला। ये तो मजेदार है :)

वो सब पढ़कर कितने चेहरे याद आ गए ना? उस वक़्त जो आसपास थे? कहाँ-कहाँ से थे? और कौन कहाँ गया या गई? उनमें से कुछ UK, कुछ US और कुछ मुंबई और कुछ? किसकी किससे शादी हुई? कैसे हुई? या किन किनके साथ कैसे-कैसे हादसे? वो सब चेहरे, सब कहानियाँ, जैसे एक ही बार में मानस पटल पर उतर गई। और फिर? मगर ऐसा क्या हुआ था, जो अचानक से जैसे वो सब, आए गए हो गए? किसी नेशनल न्यूज़ पेपर का उस वक़्त का एक पन्ना, कोई Time Machine जैसे? इस सबका हरियाणा, पंजाब, दिल्ली या कहो की ज्यादातर उत्तर भारत के मौसम से क्या लेना-देना? बोले तो कुछ भी? या पता नहीं, उस दौर के कितने महानों की कहानियाँ हों जैसे? थोड़ा ज्यादा फैंकने लगी ना? कोई नहीं, जब आप पढ़ रहे हैं तो साथ में लपेटते भी रहो।   

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